संस्था का उदेश्य

>> Tuesday, August 16, 2011


सावन कृपाल रुहानी मिशन रूहानियत, शांति एवं मानव सेवा के प्रति समर्पित एक रुहानी संस्था है। यह संस्था, जिसकी स्थापना सन् 1976 में संत दर्शन सिंह जी महाराज (1921–1989) ने की थी, अब संत राजिन्दर सिंह जी महाराज के आध्‍यात्‍मिक निरीक्षण में कार्य कर रही है। जो कार्य हुजूर बाबा सावन सिंह जी महाराज (1858–1948) तथा संत कृपाल सिंह जी महाराज (1894–1974) ने प्रारम्भ किया था, उसको इन्होंने निरन्तर जारी रखा है।

इसका अन्तर्राष्ट्रीय मुख्यालय, कृपाल आश्रम, विजय नगर, दिल्ली में स्थित है। संसार के पश्‍चिमी देशों का मुख्यालय, 'साइंस ऑफ स्पिरिचुएलटी सेंटर', नेपरविले, इलिनोए, उत्तरी अमरीका में है। इस समय मिशन के 1600 केन्द्र हैं जो संसार के 55 देशों में फैले हैं। यह संसार के कोने-कोने से आए जिज्ञासुओं को शांति, आनन्द और रूहानी पूर्णता प्राप्त करने का अवसर प्रदान करता है। रूहानी विज्ञान के पूर्ण गुरु ध्यान टिकाने का ऐसा सहज-सुलभ तरीका सिखाते हैं जिसे किसी भी उम्र, देश या जाति का इंसान अपना सकता है। इस अभ्यास को 'सुरत शब्द योग', 'संत मत' या 'सहज योग' कहा जाता है। ध्यान अभ्यास की कला सीखने के साथ-साथ, यहाँ जिज्ञासु यह भी सीखते हैं कि जीवन को कैसे सदाचारी बनाया जाए ताकि वे बेहतर नागरिक बन सकें और संसार की मदद कर सकें।
केन्द्र
इस समय मिशन के 1600 केन्द्र हैं जो संसार के 55 देशों में फैले हुए हैं। ये केन्द्र सभी के लिए खुले हैं, कोई भी इनमें आ सकता है और रूहानी विज्ञान का सैद्धांतिक और व्यवहारिक पक्ष, दोनों सीख सकता है। इन केन्द्रों पर हर हफ्ते ऑडियो या विडियो केसेट के द्वारा या फिर अधिकृत सत्संगकर्ताओं के द्वारा प्रवचन किए जाते हैं जिनमें रुहानियत के अलग-अलग पक्षों पर प्रकाश डाला जाता है। यहां लोग मिलकर ध्यान-अभ्यास में भी बैठते हैं। बहुत से केन्द्रों पर बच्चों या किशोरों के लिए अलग से सत्संग होते हैं। इन केन्द्रों पर मिशन का साहित्य और सत्संगों की ऑडियो, विडियो कैसेटें एवं सी डी भी उपलब्ध रहती हैं।
सावन कृपाल रूहानी मिशन

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